चलो कुछ नया करते हैं
पुराने जख्मों को भरते हैं...
चलो कुछ नया करते हैं...
भूल कर गिले-शिकवे...
सभी को दिल से माफ करते हैं...
चलो कुछ नया करते है...
कब तक जलते रहेंगे दिल ही दिल में...
दिल की जलन को थोड़ा ठंडा करते हैं...
चलो कुछ नया करते हैं...
बहुत कर लिया दिल के दर्द को बयां
अपने लफ्जों में...
अब खुद को बयां करते हैं...
चलो कुछ नया करते हैं...
अपनी सभी मुरादें पूरी हो गई है...
अब लोगों की मुरादें पूरी करते हैं...
चलो कुछ नया करते हैं...
दिल से तो खेलते आए हैं पूरी जिंदगी...
अब थोड़ा दिमाग से खेलते हैं...
चलो कुछ नया करते हैं...
बहुत बोलते हैं लोग ये कुछ नहीं कर पाएगा...
अब लोगों का मुंह बंद करते हैं...
चलो कुछ नया करते हैं...
Chalo Kuchh Naya Karte Hai
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